बाल आशीर्वाद योजना : मध्यप्रदेश सरकार की सराहनीय पहल
मध्यप्रदेश सरकार समय-समय पर समाज के कमजोर वर्गों और जरूरतमंद परिवारों के लिए विभिन्न योजनाएँ चलाती रही है। इन्हीं योजनाओं में से एक महत्वपूर्ण योजना है “बाल आशीर्वाद योजना”। इस योजना का उद्देश्य अनाथ एवं बेसहारा बच्चों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है।
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योजना का उद्देश्य
अनाथ एवं असहाय बच्चों को सहारा देना।
बच्चों को शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ना।
बच्चों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में कदम बढ़ाना।
समाज में किसी भी प्रकार के भेदभाव के बिना बच्चों को समान अवसर उपलब्ध कराना।
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लाभार्थी कौन हैं?
इस योजना के तहत मुख्य रूप से निम्न वर्ग के बच्चे लाभान्वित होंगे:
वे बच्चे जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया है।
ऐसे बच्चे जो परित्यक्त या बेसहारा हैं।
कोविड-19 अथवा किसी अन्य कारण से माता-पिता की मृत्यु होने पर प्रभावित बच्चे।
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योजना के तहत मिलने वाले लाभ
1. आर्थिक सहायता – सरकार बच्चों के पालन-पोषण और शिक्षा हेतु मासिक भत्ता प्रदान करती है।
2. शैक्षिक सहयोग – बच्चों को पढ़ाई जारी रखने के लिए आवश्यक संसाधन और सहयोग उपलब्ध कराया जाता है।
3. स्वास्थ्य सुविधा – बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल हेतु मुफ्त चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध कराई जाती हैं।
4. सामाजिक सुरक्षा – बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने और सुरक्षित माहौल प्रदान करने का प्रयास किया जाता है।
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आवेदन प्रक्रिया
इच्छुक परिवार या अभिभावक जिला महिला एवं बाल विकास कार्यालय या आंगनवाड़ी केंद्र में संपर्क कर सकते हैं।
आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता के मृत्यु प्रमाण पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेज़ आवेदन के साथ जमा करने होते हैं।
दस्तावेज़ सत्यापन के बाद पात्र बच्चों को योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाता है।
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निष्कर्ष
“बाल आशीर्वाद योजना” मध्यप्रदेश सरकार की एक संवेदनशील और दूरदर्शी पहल है, जो न केवल अनाथ और बेसहारा बच्चों को नई उम्मीद देती है, बल्कि उनके उज्ज्वल भविष्य की राह भी प्रशस्त करती है। यह यो
जना ऐसे बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का सशक्त माध्यम है।